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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :200
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2777
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के विकास की विवेचना कीजिए।

उत्तर -

भौगोलिक सूचना प्रणाली का विकास

भौगोलिक सूचना प्रणाली अर्थात् जीआईएस में एकीकृत कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल होते हैं जो भौगोलिक डेटा (भू-स्थानिक प्रकृति-जीपीएस, रिमोट सेंसिंग आदि) को संग्रहीत, प्रबंधित, विश्लेषण, संपादित, आउटपुट और विजुअलाइज करते हैं। इनमें से अधिकांश अक्सर एक स्थानिक डेटाबेस के भीतर होता है।

जीआईएस, इन प्रणालियों से संबंधित उद्योग और पेशे के लिए सबसे आम शब्द है। यह मोटे तौर पर भू-सूचना विज्ञान का पर्याय है। शैक्षणिक अनुशासन जो इन प्रणालियों और उनके अंतर्निहित भौगोलिक सिद्धांतों का अध्ययन करता है, उसे जीआईएस के रूप में भी संक्षिप्त किया जा सकता है। जीआईसाइंस को अक्सर तकनीकी भूगोल की शाखा के भीतर भूगोल का एक उपविषय माना जाता है।

भौगोलिक सूचना प्रणालियों का उपयोग कई प्रौद्योगिकियों, प्रक्रियाओं, तकनीकों और विधियों में किया जाता है। यह विभिन्न परिचालनों और असंख्य अनुप्रयोगों से जुड़ा हुआ विषय है। भौगोलिक सूचनाएं इंजीनियरिंग, योजना, प्रबंधन, परिवहन / लॉजिस्टिक्स, बीमा, दूरसंचार और व्यवसाय से संबंधित हैं।

जीआईएस " मुख्य सूचकांक चर" के रूप में स्थान के उपयोग के माध्यम से पहले से असंबंधित जानकारी को जोड़ने की क्षमता प्रदान करता है। पृथ्वी के अंतरिक्ष समय में पाए जाने वाले स्थान और विस्तार को x, y और z निर्देशांक के साथ घटना की तारीख और समय के माध्यम से रिकॉर्ड किया जा सकता है; प्रतिनिधित्व, देशांतर (X), अक्षांश (y) और ऊंचाई (z)। सभी पृथ्वी - आधारित, स्थानिक लौकिक, स्थान और सीमा संदर्भ एक-दूसरे से संबंधित होने चाहिए। जीआईएस की इस प्रमुख विशेषता ने वैज्ञानिक जांच और अध्ययन के नए रास्ते खोलने शुरू कर दिए हैं।

कार्टोग्राफी को सुविधाजनक बनाने के लिए कंप्यूटर के उपयोग का विवरण देने वाला पहला प्रकाशन 1959 में वाल्डो टॉबलर द्वारा लिखा गया था। परमाणु हथियार अनुसंधान से प्रेरित कंप्यूटर हार्डवेयर विकास के कारण 1960 के दशक की शुरुआत में सामान्य प्रयोजन के कंप्यूटर "मैपिंग" अनुप्रयोगों का व्यापक प्रसार हुआ।

1960 में दुनिया का पहला वास्तविक परिचालन जीआईएस संघीय वानिकी और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ओटावा, ओन्टारियो, कनाडा में विकसित किया गया था। डॉ० रोजर टॉमलिंसन द्वारा विकसित इस परियोजना को कनाडा भौगोलिक सूचना प्रणाली (सीजीआईएस) कहा जाता था और इसका उपयोग कनाडा भूमि सूची के लिए एकत्र किए गए डेटा को संग्रहीत करने, विश्लेषण करने और हेरफेर करने के लिए किया जाता था, जो जानकारी को मैप करके ग्रामीण कनाडा के लिए भूमि क्षमता निर्धारित करने का एक प्रयास था। 1: 50,000 के पैमाने पर मिट्टी कृषि, मनोरंजन, वन्य जीवन, जलपक्षी, वानिकी और भूमि उपयोग। विश्लेषण की अनुमति के लिए एक रेटिंग वर्गीकरण कारक भी जोड़ा गया था।

सीजीआईएस "कंप्यूटर मैपिंग" अनुप्रयोगों में एक सुधार प्रक्रिया है, क्योंकि यह डेटा भंडारण, ओवरले, माप और डिजिटलीकरण अर्थात् स्कैनिंग के लिए क्षमताएं प्रदान करता था। इसने एक राष्ट्रीय समन्वय प्रणाली का समर्थन किया जो महाद्वीप तक फैली हुई थी, एक वास्तविक एम्बेडेड टोपोलॉजी वाले आर्क के रूप में कोडित लाइनें और इसने विशेषता और स्थान संबंधी जानकारी को अलग-अलग फाइलों में संग्रहीत किया। इसके परिणामस्वरूप, टॉमलिंसन को "जीआईएस के जनक" के रूप में जाना जाता है, विशेष रूप से यह अभिसरण भौगोलिक डेटा के स्थानिक विश्लेषण को बढ़ावा देने में ओवरले के उपयोग के लिए प्रयुक्त होता है। सीजीआईएस 1990 के दशक तक चला। इसके माध्यम से कनाडा में एक बड़ा डिजिटल भूमि संसाधन डेटाबेस बनाया। इसे मेनफ्रेम के रूप में विकसित किया गया था। यह संघीय और प्रांतीय संसाधन योजना और प्रबंधन के समर्थन में आधारित प्रणाली थी। इसकी ताकत जटिल थी। यह डेटासेट का महाद्वीप-व्यापी विश्लेषण था। खास बात यह है कि सीजीआईएस कभी भी व्यावसायिक रूप से उपलब्ध नहीं था।

1964 में हॉवर्ड टी० फिशर ने हार्वर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ डिजाइन (एलसीजीएसए 1965-1911) में कंप्यूटर ग्राफिक्स और स्थानिक विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला का गठन किया, जहां स्थानिक डेटा प्रबंधन में कई महत्वपूर्ण सैद्धांतिक अवधारणाएं विकसित की गईं। दुनियाभर के विश्वविद्यालयों, अनुसंधान केंद्रों और निगमों के लिए मौलिक सॉफ्टवेयर कोड और सिस्टम, जैसे SYMAP, GRID और ODYSSEY प्रचलित हो चुके थे। ये प्रोग्राम सामान्य प्रयोजन जीआईएस सॉफ्टवेयर के पहले उदाहरण थे जो किसी विशेष इंस्टॉलेशन के लिए विकसित नहीं किए गए थे, और 1983 में जारी ईएसआरआई एआरसीआईएनएफओ जैसे भविष्य के वाणिज्यिक सॉफ्टवेयर पर बहुत प्रभावशाली थे।

1970 के दशक के अंत तक दो सार्वजनिक डोमेन जीआईएस सिस्टम (एमओएसएस और ग्रास जीआईएस) विकसित हो चुके थे। 1980 के दशक की शुरुआत में, सीएडी प्लेटफॉर्म, पर्यावरण प्रणाली अनुसंधान संस्थान (ईएसआरआई), कैरिस के लिए बेंटले सिस्टम्स के साथ एम एंड एस कंप्यूटिंग (बाद में इंटरग्राफ) प्रयोग में आने लगे थे। इस दौरान कंप्यूटर एडेड रिसोर्स इंफॉर्मेशन सिस्टम और ईआरडीएएस (अर्थ रिसोर्स डेटा एनालिसिस सिस्टम) जीआईएस सॉफ्टवेयर के वाणिज्यिक विक्रेताओं के रूप में उभरे, जिन्होंने सीजीआईएस की कई विशेषताओं को सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया। स्थानिक और विशेषता जानकारी को अलग करने के लिए पहली पीढ़ी के दृष्टिकोण को दूसरी पीढ़ी के दृष्टिकोण के साथ जोड़ा गया ताकि डेटाबेस संरचनाओं में विशेषता डेटा को व्यवस्थित करने के लिए मदद मिल सके।

1986 में, मैपिंग डिस्प्ले एंड एनालिसिस सिस्टम (MIDAS ), पहला डेस्कटॉप GIS उत्पाद DOS ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए जारी किया गया था। 1990 में जब इसे माइक्रोसॉफ्ट विंडोज प्लेटफॉर्म पर पोर्ट किया गया तो इसका नाम बदलकर विंडोज के लिए मैंपइन्फो कर दिया गया। इससे जीआईएस को अनुसंधान विभाग से कारोबारी माहौल में ले जाने की प्रक्रिया शुरू हुई।

20वीं सदी के अंत तक, विभिन्न प्रणालियों में तेजी आई। इस दौर में इंटरनेट पर जीआईएस डेटा देखने का चलन बढ़ गया था। इसके लिए डेटा प्रारूप और स्थानांतरण मानकों की आवश्यकता प्रयोग की जाने लगी थी। हाल ही में, मुक्त, ओपन सोर्स जीआईएस पैकेजों की बढ़ती संख्या विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टमों पर चलती है और इन्हें विशिष्ट कार्यों को करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। 21वीं सदी की प्रमुख प्रवृत्ति में अन्य सूचना प्रौद्योगिकी और इंटरनेट बुनियादी ढांचे, जैसे रिलेशनल डेटाबेस, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि मोबाइल कंप्यूटिंग के साथ जीआईएस क्षमताओं का एकीकरण ही है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- सुदूर संवेदन से आप क्या समझते हैं? विभिन्न विद्वानों के सुदूर संवेदन के बारे में क्या विचार हैं? स्पष्ट कीजिए।
  2. प्रश्न- भूगोल में सुदूर संवेदन की सार्थकता एवं उपयोगिता पर विस्तृत लेख लिखिए।
  3. प्रश्न- सुदूर संवेदन के अंतर्राष्ट्रीय विकास पर टिप्पणी कीजिए।
  4. प्रश्न- सुदूर संवेदन के भारतीय इतिहास एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
  5. प्रश्न- सुदूर संवेदन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  6. प्रश्न- सुदूर संवेदन को परिभाषित कीजिए।
  7. प्रश्न- सुदूर संवेदन के लाभ लिखिए।
  8. प्रश्न- सुदूर संवेदन के विषय क्षेत्र पर टिप्पणी लिखिए।
  9. प्रश्न- भारत में सुदूर संवेदन के उपयोग पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
  10. प्रश्न- सुदूर संवेदी के प्रकार लिखिए।
  11. प्रश्न- सुदूर संवेदन की प्रक्रियाएँ एवं तत्व क्या हैं? वर्णन कीजिए।
  12. प्रश्न- उपग्रहों की कक्षा (Orbit) एवं उपयोगों के आधार पर वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए।
  13. प्रश्न- भारत के कृत्रिम उपग्रहों के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
  14. प्रश्न- कार्य के आधार पर उपग्रहों का विभाजन कीजिए।
  15. प्रश्न- कार्यप्रणाली के आधार पर सुदूर संवेदी उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
  16. प्रश्न- अंतर वैश्विक स्थान निर्धारण प्रणाली से आप क्या समझते हैं?
  17. प्रश्न- भारत में उपग्रहों के इतिहास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  18. प्रश्न- भू-स्थाई उपग्रह किसे कहते हैं?
  19. प्रश्न- ध्रुवीय उपग्रह किसे कहते हैं?
  20. प्रश्न- उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
  21. प्रश्न- सुदूर संवेदन की आधारभूत संकल्पना का वर्णन कीजिए।
  22. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के सम्बन्ध में विस्तार से अपने विचार रखिए।
  23. प्रश्न- वायुमण्डलीय प्रकीर्णन को विस्तार से समझाइए।
  24. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रमी प्रदेश के लक्षण लिखिए।
  25. प्रश्न- ऊर्जा विकिरण सम्बन्धी संकल्पनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। ऊर्जा
  26. प्रश्न- स्पेक्ट्रल बैण्ड से आप क्या समझते हैं?
  27. प्रश्न- स्पेक्ट्रल विभेदन के बारे में अपने विचार लिखिए।
  28. प्रश्न- सुदूर संवेदन की विभिन्न अवस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  29. प्रश्न- सुदूर संवेदन की कार्य प्रणाली को चित्र सहित समझाइये |
  30. प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्रकार और अनुप्रयोगों का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  32. प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्लेटफॉर्म से आपका क्या आशय है? प्लेटफॉर्म कितने प्रकार के होते हैं?
  33. प्रश्न- सुदूर संवेदन के वायुमण्डल आधारित प्लेटफॉर्म की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  34. प्रश्न- भू-संसाधन उपग्रहों को विस्तार से समझाइए।
  35. प्रश्न- 'सुदूर संवेदन में प्लेटफार्म' से आप क्या समझते हैं?
  36. प्रश्न- वायुयान आधारित प्लेटफॉर्म उपग्रह के लाभ और कमियों का वर्णन कीजिये।
  37. प्रश्न- विभेदन से आपका क्या आशय है? इसके प्रकारों का भी विस्तृत वर्णन कीजिए।
  38. प्रश्न- फोटोग्राफी संवेदक (स्कैनर ) क्या है? इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- सुदूर संवेदन में उपयोग होने वाले प्रमुख संवेदकों (कैमरों ) का वर्णन कीजिए।
  40. प्रश्न- हवाई फोटोग्राफी की विधियों की व्याख्या कीजिए एवं वायु फोटोचित्रों के प्रकार बताइये।
  41. प्रश्न- प्रकाशीय संवेदक से आप क्या समझते हैं?
  42. प्रश्न- सुदूर संवेदन के संवेदक से आपका क्या आशय है?
  43. प्रश्न- लघुतरंग संवेदक (Microwave sensors) को समझाइये |
  44. प्रश्न- प्रतिबिंब निर्वचन के तत्वों का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
  45. प्रश्न- सुदूर संवेदन में आँकड़ों से क्या तात्पर्य है?
  46. प्रश्न- उपग्रह से प्राप्त प्रतिबिंबों का निर्वचन किस प्रकार किया जाता है?
  47. प्रश्न- अंकिय बिम्ब प्रणाली का वर्णन कीजिए।
  48. प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण से आप क्या समझते हैं? डिजिटल प्रक्रमण प्रणाली को भी समझाइए।
  49. प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण के तहत इमेज उच्चीकरण तकनीक की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
  50. प्रश्न- बिम्ब वर्गीकरण प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।
  51. प्रश्न- इमेज कितने प्रकार की होती है? समझाइए।
  52. प्रश्न- निरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण और अनिरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण के मध्य अंतर स्पष्ट कीजिए।
  53. प्रश्न- भू-विज्ञान के क्षेत्र में सुदूर संवेदन ने किस प्रकार क्रांतिकारी सहयोग प्रदान किया है? विस्तार से समझाइए।
  54. प्रश्न- समुद्री अध्ययन में सुदूर संवेदन किस प्रकार सहायक है? विस्तृत विवेचना कीजिए।
  55. प्रश्न- वानिकी में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  56. प्रश्न- कृषि क्षेत्र में सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी की भूमिका का सविस्तार वर्णन कीजिए। साथ ही, भारत में कृषि की निगरानी करने के लिए सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने हेतु सरकार द्वारा आरम्भ किए गए विभिन्न कार्यक्रमों को भी सूचीबद्ध कीजिए।
  57. प्रश्न- भूगोल में सूदूर संवेदन के अनुप्रयोगों पर टिप्पणी लिखिए।
  58. प्रश्न- मृदा मानचित्रण के क्षेत्र में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
  59. प्रश्न- लघु मापक मानचित्रण और सुदूर संवेदन के मध्य सम्बन्ध स्थापित कीजिए।
  60. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का अर्थ, परिभाषा एवं कार्यक्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
  61. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के भौगोलिक उपागम से आपका क्या आशय है? इसके प्रमुख चरणों का भी वर्णन कीजिए।
  62. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के विकास की विवेचना कीजिए।
  63. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली का व्याख्यात्मक वर्णन प्रस्तुत कीजिए।
  64. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के उपयोग क्या हैं? विस्तृत विवरण दीजिए।
  65. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र (GI.S.)से क्या तात्पर्य है?
  66. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के विकास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  67. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के उद्देश्य बताइये।
  68. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का कार्य क्या है?
  69. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के प्रकार समझाइये |
  70. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र की अभिकल्पना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  71. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के क्या लाभ हैं?
  72. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में उपयोग होने वाले विभिन्न उपकरणों का वर्णन कीजिए।
  73. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में कम्प्यूटर के उपयोग का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
  74. प्रश्न- GIS में आँकड़ों के प्रकार एवं संरचना पर प्रकाश डालिये।
  75. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के सन्दर्भ में कम्प्यूटर की संग्रहण युक्तियों का वर्णन कीजिए।
  76. प्रश्न- आर्क जी०आई०एस० से आप क्या समझते हैं? इसके प्रशिक्षण और लाभ के संबंध में विस्तृत व्याख्या कीजिए।
  77. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में प्रयोग होने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  78. प्रश्न- ERDAS इमेजिन सॉफ्टवेयर की अपने शब्दों में समीक्षा कीजिए।
  79. प्रश्न- QGIS (क्यू०जी०आई०एस०) के संबंध में एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  80. प्रश्न- विश्वस्तरीय सन्दर्भ प्रणाली से आपका क्या आशय है? निर्देशांक प्रणाली के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  81. प्रश्न- डाटा मॉडल अर्थात् आँकड़ा मॉडल से आप क्या समझते हैं? इसके कार्य, संकल्पना और उपागम का वर्णन कीजिए।
  82. प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की विवेचना कीजिए। इस मॉडल की क्षमताओं का भी वर्णन कीजिए।
  83. प्रश्न- विक्टर मॉडल की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  84. प्रश्न- कार्टोग्राफिक संकेतीकरण त्रिविम आकृति एवं मानचित्र के प्रकार मुद्रण विधि का वर्णन कीजिए।
  85. प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की कमियों और लाभ का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  86. प्रश्न- विक्टर मॉडल की कमियों और लाभ के सम्बन्ध में अपने विचार लिखिए।
  87. प्रश्न- रॉस्टर और विक्टर मॉडल के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  88. प्रश्न- डेटाम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

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